यमुना नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार नें आदेश दिए हैं की लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जाए.
इन जिलों में बाढ़ का खतरा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर नें यमुनानगर, कैथल, सोनीपत, करनाल व पानीपत के उपायुक्तो को फोन कर आदेश दिए. जिसमें कहा गया की प्रदेश के सभी बाढ़ संभावित प्रभावित इलाकों से नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जाए. आपको बता दें की हथिनीकुंड बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्त बहुत ज्यादा बढ़ रहा है. अंबाला की मारकंडा सहित अनेक नादिया उफान पर हैं.
जलस्तर खतरे के निशान से 0.61 मीटर ज्यादा
आज यानी मंगलवार की सुबह यमुना का जलस्तर 205.90 मीटर तक पहुँच गया हैं. जोकि खतरे के निशान से 0.61 मीटर ज्यादा हैं. आपको बता दें की सोमवार की रात यह जलस्तर 205.54 मीटर था. खतरे का निशान 205.33 मीटर हैं अगर इसी तरह पानी का स्तर बढ़ता गया तो हरियाणा में बाढ़ की सम्भावना हैं.
बाढ़ से डूबा इंद्री
हरियाणा में करनाल जिले के इंद्री इलाके में बाढ़ आ चुकी हैं. इंद्री के दर्जनों गाँवों में पानी घुस गया हैं. खेतों में 4 से 8 फूट तक पानी भर गया हैं. पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 8 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा चुका हैं. यमुना नदी के आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्प्पन हो गयी हैं.