News Josh Live, 22 Sept, 2020
किसानों से जुड़े बिल को लेकर विपक्ष विरोध का रूख अपनाए हुए है। विपक्ष का विरोध इस बिल को लेकर कम होने का नाम नहीं ले रहा। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों का मामला भी तूल पकड़ चुका है। निलंबित सांसद सोमवार से संसद परिसर के गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे हुए हैं। उनका प्रदर्शन रातभर जारी रहा। सुबह राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने के लिए पहुंचे और उन्हें चाय भी पिलाई।
रविवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के साथ हुए दुर्व्यवहार पर कार्रवाई करते हुए सोमवार को सभापति वेंकैया नायडू ने उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था। निलंबित सांसदों के नाम डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, राजीव सातव, केके रागेश, रिपुन बोरा, सैयद नासिर हुसैन, डोला सेन और ए करीम हैं। निलंबन का फैसला सुनने के बाद सभी आठ सांसद संसद परिसर में धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे सांसदों की पहली मांग है कि किसान विरोधी बिल वापस लिया जाए। उनकी दूसरी मांग है कि उनका निलंबन वापस हो।
राज्यसभा से निलंबित कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा कि हरिवंश जी ने कहा कि वो आज यहां उप सभापति के रूप में नहीं बल्कि हमारे साथ काम करने वाले एक साथी के रूप में आए हैं। हमारी बस यही मांग है कि आज सदन में LoP को बोलने दिया जाए। LoP आज हमारे सस्पेंशन को वापिस लेने की डिमांड सदन में रखेंगे। बता दें कि रविवार को राज्यसभा में जब किसानों से जुड़ा बिल पेश किया जा रहा था, तब चेयर पर उपसभापति हरिवंश बैठे थे। इस दौरान ही सांसदों ने हंगामा किया और रुल बुक को कथित तौर पर फाड़ दिया। इसके साथ ही माइक को तोड़ दिया। इसके बाद राज्यसभा टीवी को म्यूट कर दिया गया और ध्वनि मत से किसानों से जुड़े बिल को पास कर दिया था।
वहीं निलंबित सांसदों को चाय लेकर पहुंचने पर देश के प्रधानमंत्री नेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि सदियों से बिहार की महान धरती हमें लोकतंत्र के मूल्यों को सिखा रही है। बिहार से सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का प्रेरणादायक और राजनेता जैसा आचरण हर लोकतंत्र प्रेमी को गौरवान्वित करेगा।