चंडीगढ़, NEWS JOSH। हरियाणा सरकार ने राज्य के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से हुई लोगोें की मौत पर विशेष जांच दल गठित की है। यह एडीजीपी (नारकोटिक्स) श्रीकांत जाधव की अगुवाई में गठित यह एसआइटी पावरफुल होगी। शराब घोटाले के बाद इस घटना ने हरियाणा सरकार को चौकन्ना कर दिया है। इस मामले पर सियासत भी तेज होगी और आबकार विभाग का प्रभार देख रहे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला विपक्ष के निशाने पर आ सकते हैं। इस पूरे मामले में यह भी संकेत मिला है कि इस बार गृहमंत्री अनिल विज की पूरी चली है और उनकी पसंद की एसआइटी गठित हुई है।
बता दें कि कोरोना संकट के समय लाॅकडाउन के दौरान हुए शराब घोटाले पर हरियाणा की राजनीति में काफी हंगाम हुआ था और आबकारी विभाग देख करे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए थे। आज भी कांग्रस और इनेलोे के नेता दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधते हैंं। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भी इनेलो और कांग्रेस नेताओं ने शराब घोटाले को लेकर सवाल उठाए थे। दुष्यंत चौटाला के चाचा इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला शराब घोटाले को लेकर अपने भतीजे पर ज्यादा ही आक्रामण दिखे थे।
विधानसभा के पिछले दिनों समाप्त हुए मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस के विधायकों और इनेलो के अभय सिंह चौटाला ने जहरीली शराब से सोनीपत, पानीपत सहित अन्य जिलों में लोगों की मौतोें पर हंगामा किया था। उस समय सरकार ने शराब पीने से मरने वालों की संख्या बहुत कम बताई थी। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच काफी नोंकझोंक हुई थी। विपक्ष ने इस मामले के साथ-साथ शराब घोटाले का मुद्दा उठा कर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को घेरने की कोशिश की थी। विपक्ष के विधायकों ने गृहमंत्री अनिल विज ने इस दौरान विपक्ष को जवाब दिया था।
इसके बाद सोनीपत, पानीपत और फरीदाबाद सहित कई जिलों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़ी तो हरियाणा सरकार की नींद टूटी। पहले शराब घाेटाले की जांच के लिए एसआइटी की मांग को खारिज करनेवाली हरियाणा सरकार ने इस बार एसआइटी गठित की है। इसकी कमान तेजतर्रार अधिकारी एडीजीपी (नारकाटिक्स) श्रीकांत जाधव को देकर सरकार ने साफ कर दिया है कि इन माैतों को लेकर वह बेहद गंभीर है।