News Josh Live, 28 Oct, 2020
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ कॉलेज में परीक्षा देकर घर लौट रही छात्रा निकिता की सोमवार को दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एकतरफा प्यार में पागल हुआ आशिक वारदात को अंजाम देने के बाद अपने साथी के साथ मौके से फरार हो गया था।
निकिता हत्याकांड में दोनों आरोपित गिरफ्तार, पुलिस आयुक्त ने एसआईटी गठित की-
बता दें कि इस मामले में मुख्य आरोपी तौशीफ के साथ-साथ उसके साथी रेहान नूंह निवासी को भी पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्त में ले लिया। वहीं क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने मुख्य आरोपी तौशीफ को सोमवार रात ही गिरफ्त में ले लिया था। आरोपी की शिनाख्त तौशीफ पुत्र जाकिर निवासी कबीर नगर, सोहना, गुरुग्राम के रूप में हुई है।
वहीं पुलिस आयुक्त ओपी सिंह के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के तुरंत बाद ही प्रभाव से क्राइम ब्रांच की 10 टीमों को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिशा निर्देश दे दिए गए थे। जिस पर कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने फरीदाबाद से पलवल एवं मेवात तक चलाए गए 5 घंटे के ऑपरेशन के दौरान आरोपियों को ढूंढकर धर दबोचा।
मामले की जांच के लिए गठित हुई SIT
वहीं अब इस मामले को लेकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है, जांच के लिए हमने एक एसआईटी गठित कर दी है। अब इसकी जांच बड़े अधिकारी इसकी चांच करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सबूत जुटाकर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेंगे।
दादा थे मंत्री तो भाई है अभी विधायक
बता दें कि मुख्य आरोपी तौसीफ राजनीतिक परिवार से संबंध रखता है। उसके दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं। जबकि चाचा खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व मंत्री भी रहे हैं। साथ ही एक अन्य रिश्तेदार आफताब अहमद वर्तमान में कांग्रेस के नूंह (मेवात) विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। ये भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के समय में परिवहन मंत्री भी रहे हैं। इस रिश्ते से तौशीफ विधायक आफताब अहमद का चचेरा भाई है। तौशीफ के चाचा जावेद अहमद ने भी 2019 में सोहना विधानसभा क्षेत्र से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह ये चुनाव हार गए थे।
पिता ने बयां किया बेटी का दर्द
अब सामने आया है कि यह मामला लव जिहाद का है। लड़की के पिता मूलचंद तोमर ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि तौशीफ उनकी बेटी से जबरन शादी करना चाहता था, इसके लिए वह आए दिन उससे दोस्ती के लिए दबाव बना रहा था। इसके साथ ही तौसिफ उसे धर्म बदलने के लिए भी दबाव बना रहा था। वह पहले भी निकिता को अगवा कर चुका है। आए दिन रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ करता था। बेटी चुपचाप सब सहती रहती थी, किसी को कुछ नहीं बताती थी। हमने पहले भी उसकी पुलिस से शिकायत की थी। लेकिन परिवार राजनीति में होने के चलते उसको छोड़ दिया गया था।
2 साल पहले भी लड़की का किया था किडनैप
बता दें कि निकिता तोमर मूलत: यूपी के हापुड़ की रहने वाली थी। यहां वो सेक्टर-23 स्थित एक सोसायटी में किराये से रहकर पढ़ाई कर रही थी। आरोपी 12वीं तक उसके साथ पढ़ा है। वो कई बार लड़की को फंसाने की कोशिश कर चुका था। लेकिन लड़की ने उसे इग्नोर कर दिया। आरोपी ने 2018 में भी निकिता का किडनैप किया था। लेकिन तब इस मामले में समझौता हो गया था। सोमवार को लड़की एग्जाम देने गई थी। वापसी में वो कॉलेज के बाहर मां और भाई का इंतजार कर रही थी। तभी आरोपी अपने दोस्तों के साथ कार से वहां पहुंचा। उसने लड़की को कार में खींचने की कोशिश की। उसी दौरान उसका भाई पहुंच गया, तभी उसने अपने आप को नाकाम होते देख, लड़की को गोली मार दी।