News Josh Live, 14 Oct, 2020
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने आज इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कृषि कानूनों को लेकर बयान देते हुए कहा कि आज सरकार की वजह से देश की हालत खराब है। सरकार ने कर्मचारी , व्यपारी , मजदूर से लेकर सभी वर्ग को परेशान किया हुआ है। इसमें सबसे अधिक परेशान किसान है।
वहीं चौटाला ने कहा कि बदकिस्मती से ऐसे लोगों के हाथ में सरकार आ गई है जिन्हें देश से प्यार नही बल्कि दौलत से प्यार है। ओपी चौटाला ने कहा मंदिर, माजिद व गुरुद्वारा व दूसरी संस्थाओं का पैसा अपनी जेब मे डालकर सरकार अपना खर्च दिखाती है। 2 लाख करोड़ से भी अधिक कर्ज आज हरियाणा पर है। आज हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए हर माह कर्ज लेना पड़ता है ।
इतना ही नहीं सरकार पढ़ाई करने वाले बच्चों से भी 5 रुपये कोरोना के नामपर लूट रही है। शिक्षण संस्थान बन्द है मगर फिर भी बच्चों से पैसे लिए जा रहे है । प्रदेश का किसान कृषि कानूनों से परेशान है हमारी पार्टी ने कृषि कानूनों के खिलाफ़ हर जगह प्रदर्शन किए है। और लगातार आगे भी प्रदर्शन किए जाएगे। ओपी चौटाला ने बताया कि 20 नवम्बर को कुरुक्षेत्र में विशालतम रैली करने जा रहे है ।किसान बचाओ रैली से स्पष्ठ हो जाएगा कि सरकार से किस तरह लोग परेशान है । ओपी चौटाला ने कहा कृषि कानूनों की आम आदमी को जानकारी नही मगर देश बर्बाद हो जाएगा। हरियाणा में इसका परिणाम बरोदा उपचुनाव से स्पष्ठ हो जाएगा ।
ओपी चौटाला ने बरोदा उपचुनाव को लेकर कहा कि पार्टी15 को उम्मीदवार प्रत्याशी की घोषणा करेगी व 16 को नामांकन करेंगे। ओपी चौटाला ने बताया कि पार्टी ने मेरी भी ड्यूटी लगाई है। इस दौरान मैें 10 साल की कमी को पूरा करूंगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री ने सीएम विंडो की घोषणा की थी। ओपी चौटाला ने कहा आज सीएम की खिड़की बन्द है। सीएम के कहने से किसी आम व्यक्ति का काम नही होता, मंत्री भी असंतुष्ठ है।
ओपी चौटाला ने कहा एक मंत्री जब बीमार थे तो मेरी उनसे मुलाकात हुई थी । मंत्री ने मुझे बताया था कि डीएसपी व एसएचओ की भी बदली सीएम करते है मुझे अधिकार नही है। सीएम को जनहित के कार्यो में रुचि लेनी चहिहै व लोगो की परेशानी को दूर करना चाहिए। ओपी चौटाला का बयान कहा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एसवाईएल का पानी हमें पर्याप्त रूप से नही मिल रहा है। दादुपुर नलवी हमारे समय मे निकाली गई मगर अब उसे भर दिया गया है।
ओपी चौटाला ने कहा हमने अपने शाशन में बाजरा किसी भी राज्य से आय वो हमने खरीदा था। इसके चलते हरियाणा को कई सौ करोड़ का नुकसान हुआ था मगर हमने किसान का नुकसान नही होने दिया था। आज किसान की फसल कौन खरीदेगा कोई नही जानता। ओपी चौटाला ने कहा जनतंत्र में सत्ताएं बदलती है, आज के हालात देखकर हमें भरोसा है कि आने वाली सरकार आइएनएलडी की होगी।
बरोदा का चुनाव निर्धारित करेगा की लोग क्या चाहते है। सरकार आपके द्वार के तहत सरकार गांव में जाती थी। टैक्स की प्रथा हमने कम की उसके बाद भी खजाने में जयदा पैसे आते थे। हमारे सरकार के समय मे जो शिक्षक भर्ती हुए थे उनकी प्रमोशन हो गई मगर मैं 10 साल काटकर आया हूँ। हमारी सोच थी कि लोगो को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले। हमने 15 वर्ष का बनवास पूरा कर लिए और आगे कितना कटेगा। हम सत्ता में आने पर सरकारी कोष से जो जनता का नुकसान हुआ उसे पूरा करेंगे। पार्टी को छोड़कर जो बीजेपी में गए वो आज वापस हमारी पार्टी में आ रहे है। सत्ता का सुख भोगने जो भाजपा में गए थे उन्हें वो सुख वहां नही मिला। अभी तक भाजपा व कांग्रेस तय नही कर पाए किसे उतारे। जेजेपी का कतई दिवाला पिट गया है , जेजेपी के लोग चौधरी देवी लाल जी नीतियों का अनुसारण करने का दावा करते है। मगर देवी लाल जी के पौते गौतम को दादा मानकर चले थे गौतम भी छोड़कर जा रहे है , दूसरे भी जा रहे है।
बरोदा के बाद जेजेपी के आधे विधायक पार्टी छोड़ चले जाएंगे बाकी बचे बीजेपी में मर्ज हो जाएंगे। अतीत में झांक कर देखें राजनीतिक में विघटन होते रहे है। दूसरी पार्टियों में टिकट को लेकर जूतम पैजार हो रहा है। आइएनएलडी व अकाली दल ने वाले समय मे मिलाकर चुनावी मैदान में उतरेंगे। जेजेपी के साथ आने के स्वाल पर ओपी चौटाला ने कहा हमें किसी के साथ आने में आपत्ति नही है जब ये लोग छोड़कर गए तो हमने कहा था मिलाकर चलो। इक्कठे चुनाव लड़ते तो सरकार हमारी बननी थी। मैं और अजय सीएम नही बन सकते थे , अभय ने कहा था चुनाव नही लड़ूंगा। चौथी पीढ़ी के लोगो को मौका मिलना था जो देवी लाल को छोड़कर गौतम को दादा मानते है, दुष्यंत ही सीएम बनते।
ओपी चौटाला का बड़ा बयान कहा पार्टी प्रेजिडेंट अशोक अरोड़ा को सम्मान हमने दिया था, अब वो इस प्रयास में है कि आइएनएलडी में शामिल हो जाएं। अशोक अरोड़ा का मुझे सन्देश आ रहे है , संपत सिंह व रामपाल माजरा का भी सन्देश आ रहा है। जजपा के कई नेता भी वापस चाहते हैं। लेकिन हम दगाबाज़ और धोखेबाज़ लोगों को अब बर्दास्त नही करेंगे। हमारी सोच परिवार तक नही है पूरी पार्टी हमारा परिवार है। मैं आज भी राजनीति में सक्रिय हूँ आज भी आखिरी फैसला मेरी कलम से होता है। मैंने कभी पार्टी की कमान छोड़ी ही नही थी