News Josh Live, 11 Oct, 2020
पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते दिन स्वामित्व योजना के तहत जमीनों की मालिकों को उनके मालिकाना हक के कार्ड्स वितरित किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चयनित लोगों से संवाद किया। हरियाणा के कुछ लोगों से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत की।
इस योजना के तहत देशभर के एक लाख प्रॉपर्टी मालिकों को SMS गया है, जिसके जरिए वो अपनी प्रॉपर्टी कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद असली कार्ड हरियाणा सरकार की तरफ से वितरित किए जाएंगे।
फिलहाल जिनके कार्ड बन गए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश के 346 गांव, हरियाणा के 221 गांव, महाराष्ट्र के 100, उत्तराखंड के 50 और मध्य प्रदेश के 44 गांव शामिल हैं।
देखिए हरियाणा के चयनित गांवों की लिस्ट
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क्या है ‘स्वामित्व’ योजना ?
केंद्र सरकार की यह योजना राष्ट्रीय पंचायती दिवस (24 अप्रैल), 2020 को लॉन्च की गई थी। पंचायती राज मंत्रालय ही इस योजना को लागू कराने वाला नोडल मंत्रालय है। राज्यों में योजना के लिए राजस्व/भूलेख विभाग नोडल विभाग हैं। ड्रोन्स के जरिए प्रॉपर्टी के सर्वे के लिए सर्वे ऑफ इंडिया नोडल एजेंसी है।
योजना का मकसद है कि ग्रामीण इलाकों की जमीनों का सीमांकन ड्रोन सर्वे टेक्नोलॉजी के जरिए हो। इससे ग्रामीण इलाकों मे मौजूद घरों के मालिकों के मालिकाना हक का एक रिकॉर्ड बनेगा। वह इसका इस्तेमाल बैंकों से कर्ज लेने के अलावा अन्य कामों में भी कर सकते हैं।
कैसे काम करेगी ‘स्वामित्व’ योजना ?
‘स्वामित्व’ योजना के तहत गांवों की आवासीय भूमि की पैमाइश ड्रोन के जरिए होगी। ड्रोन से गांवों की सीमा के भीतर आने वाली हर प्रॉपर्टी का एक डिजिटल नक्शा तैयार होगा। साथ ही हर रेवेन्यू ब्लॉक की सीमा भी तय होगी। यानी कौन सा घर कितने एरिया में है, यह ड्रोन टेक्नोलॉजी से सटीकता से मापा जा सकेगा। गांव के हर घर का प्रॉपर्टी कार्ड राज्य सरकारें बनाएंगी।
आम लोगों को क्या होगा फायदा ?
● प्रॉपर्टी के मालिक को उसका मालिकाना हक आसानी से मिलेगा।
● एक बार प्रॉपर्टी कितनी है तय होने पर उसके दाम भी आसानी से तय हो पाएंगे।
● प्रॉपर्टी कार्ड का इस्तेमाल कर्ज लेने में किया जा सकेगा।
● पंचायती स्तर पर टैक्स व्यवस्था में सुधार होगा।